Tuesday, November 24, 2009

वनस्पतियों का सौन्दर्यशास्त्र __मल्लिका शेरावत के सौन्दर्य शास्त्र से भिन्न है...



लौजी ! टाइम नहीं..टाइम नहीं..........करते हुए भी

एक बार फ़िर कुछ चुटकियाँ ले ही ली हैं........

पढ़िए और स्वाद लीजिये.......




posted by rastogi।v@gmail.com (Vivek Rastogi) at
कल्पतरु -

ब्लॉगिंग के कीड़े के कारण अपने सारे कमिटमेंन्ट्स की वाट लग गई…

__कमबख्त मखमल के गलीचे में टाट लग गई



posted by khbro ka khulasa at
भड़ास blog

बन्दूक धारी पत्रकार

__विज्ञापन आसानी से पा जाते हैं


posted by अजय कुमार झा at
कुछ भी...कभी भी.. -

दिल्ली ब्लोग बैठक में हुआ फ़ोटो शूट (आखिरी रपट)

__40-40 रुपया दो और अपना फोटो लो........



posted by रचना at
नारी

__जब पुरूष नारी के शरीर पर सोचता है और इसी को नोंचता है तो नारी इससे हट कर क्यों सोचे ?



posted by पं।डी.के.शर्मा"वत्स" at
ज्योतिष की सार्थकता -
__आपको टिप्पणियां नहीं मिलीं तो मैं क्या करूँ ?



posted by Vibha Rani at
chhammakchhallo kahis

उफ्फ! बाबा मत कहो ना!

__लोग कपालभाति के के लिए कहने लगते हैं



posted by काशिफ़ आरिफ़/Kashif Arif at
"हमारा हिन्दुस्तान"...
डर गया अलबेला खत्री...36 घण्टे बाद छापी टिप्पणी/चैलेन्ज...अब बहाने बना रहा है.....

__हम उस पर ढंग से फुसफुसा भी नहीं सकते और वोह हम पर फ़साने बना रहा है


posted by 'अदा' at
काव्य मंजूषा
__पिया के लिए नहीं, दुनिया के लिए है



posted by सुधाकर सिंह at
जनोक्ति : संवाद का मंच
खिसयाई बिल्ली खम्भा नोचे

__ये कैसे कर डाले लोचे ?



posted by IRFAN at
ITNI SI BAAT
कल्याण को चाहिए फेबिकोल!

__ताकि पैन्दा एक जगह टिका रहे..........



posted by अनिल कान्त : at
मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
संभव है तुम्हें ये निरर्थक लगे

__लेकिन मैं लिखे बिना मानूंगा नहीं..............



posted by पी.सी.गोदियाल at
अंधड़ !
और हमारे संचार माध्यम कब सुधरेंगे ?

__जब चाइना इन्हें सुधारने के लिए मिस्त्री भेजेगा



posted by Gagan Sharma, Kuchh Alag sa at
Alag sa -
ये भी खूब रही :) :) :)

__गधों के लिए इस बार सर्किट हाउस में हरी दूब रही........


posted by shama at
Kavita


जल उठी" शमा....!"

__तो सबसे पहले परवाना भागा सिगरेट खरीदने...


posted by डॉ टी एस दराल at
अंतर्मंथन -

एक ब्लॉग, ब्लोगर द्वारा, ब्लोगर्स के लिए.

__जिसे टिप्पणियों के साथ साथ पसन्द भी चाहिए.........


posted by संजय भास्कर at
Dunalee
हालात क्या करे

__जब घर वाली पूरी तरह काबू से बाहर हो जाए...



posted by संगीता पुरी at
गत्‍यात्‍मक ज्‍योति
ज्‍योतिष का सहारा लेकर क्या भवितब्यता टाली भी जा सकती है - 3 ??

__टालना कौन चाहता है ? हम तो केवल जानना चाहते हैं..........



posted by श्याम सखा 'श्याम' at
ग़ज़ल के बहाने-gazal k bahane -

घर आपका टूटा नहीं होता ---गज़ल

__गर उनका हुआ नहीं होता ---फज़ल



posted by रेखा श्रीवास्तव at
नारी

सिर का आंचल पैरों की पायल - क्यों छोड़ी गई?

__ज़िन्दगी को जी भर जीने के लिए


posted by डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक at
उच्चारण

दिखा कहीं श्रम-स्वेद नही"

___इसका हमें कोई खेद नहीं ...



posted by योगेन्द्र पाल at
जनोक्ति : संवाद का मंच

शिक्षा जरूरी नहीं ???

__ज़रूरी है शिक्षित कहलाना.........



posted by वरुण कुमार सखाजी at
जनोक्ति : संवाद का मंच -

चोर-चोर मोसेरे भाई........

__चचेरे क्यूँ नहीं ............कृपया स्पष्ट करें



posted by gkawadhiya@gmail।com (जी.के. अवधिया) at
धान के देश में! : Hindi Blog -

चाय तो रोज ही पीते होंगे आप... पर क्या आप जानते हैं कि चाय के पेड़ की उम्र कितनी होती है?

__पहले आप ये बताइये कि चाय है कितने की ? ताकि हम पीकर सोच सकें.........



posted by लोकेश Lokesh at
अदालत
कसाब को पाकिस्तान लाए जाने की मांग की वकीलों ने

__लगता है किसी न्यायमूर्ति की वाट लगानी है...........



posted by Aaditya at
आदित्य (Aaditya) -

ये कौन चित्रकार है....

__जिससे एक चित्र भी ढंग का नहीं बन रहा...........



posted by Anil Pusadkar at
अमीर धरती गरीब लोग

ये भगवान भी देखो एड्रेस गलत दे कर हम भक्तों को परख रहा है

__एक तो हम कुंवारेपन से परेशान हैं , ऊपर से मन भी भटक रहा है...



posted by डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक at
उच्चारण

"तुकबन्दी हो ही गई"

__बाप रे ! इस उम्र में ? राम राम राम राम...........



posted by Shefali Pande at
कुमाउँनी चेली -
इत्ती दूर से आये हैं, कुछ तो ख्याल कीजिए

__खाली बाटी से क्या होगा, कुछ तो दाल दीजिये........


वनस्पतियों का सौदर्यशास्त्र

__मल्लिका शेरावत के सौन्दर्य शास्त्र से भिन्न है...



posted by Mithilesh dubey at
Dubey

भारतीय संस्कृति से लुप्त होती-- सिर से आँचल व पैरों से पायल

__अब इस परम्परा को बचाने के लिए पुरुषों को ही ये सब पहनना होगा



posted by डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर at
रायटोक्रेट कुमारेन्द्र
स्त्री-विमर्श का झंडा बुलंद करने वाली महिलायें इन महिलाओं के बारे में भी जानें

__बहुत दिमाग लगा कर लिखा है मैंने.........



posted by Kusum Thakur at
Kusum's Journey

मुझे मेरा बचपन लौटा दो

__ताकि इन ज़िम्मेदारियों से पिंड छूटे...........



posted by रंजना [रंजू भाटिया] at
कुछ मेरी कलम से kuch meri kalam se

__हमें तो कुछ भी मिला ...........



हरकीरत ' हीर
शीरीं-फरहाद .......

__भले समय में ही मर गए........आज तो जुली और मटुकनाथ का ज़माना है



अर्कजेश

भाषा में छिपे हुए भाव

__पढ़ लोगे तो रो पड़ोगे दोस्त !



Arvind Mishra
प्रेमातुर नायिका है अभिसारिका!

__जिसे अब विलम्ब कतई पसन्द नहीं


चन्दन

सूरज कवितायें लिखता है

__लेकिन सुनने वाला कोई नहीं.........


चंदन कुमार झा
आधुनिकता बनाम प्रकृति

अर्थात विकृति बनाम संस्कृति


- चुटकीबाज़ अलबेला खत्री











8 comments:

Udan Tashtari said...

बड़ा सॉलिड कवरेज किया है भाई


और हाँ:

ये कौन चित्रकार है....

__जिससे एक चित्र भी ढंग का नहीं बन रहा...........

----बड़ा बेहतरीन बनाया था हमारे बबुआ ने..वो तो उसकी मम्मी न!! उन्होंने रुई से पूछवा दिया तो खराब हो गई. वरना देखते....

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

चुटकियों में ही चुटिया दिया!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

टिप्पणियों की जरूरत ही क्या है?
आपने चुटिया दिया यही काफी है!

अजय कुमार झा said...

चुटकी काट काट के गजब की चर्चा कर डालते हैं आप अलबेला भाई

Anonymous said...

भारतीय संस्कृति से लुप्त होती-- सिर से आँचल व पैरों से पायल
__अब इस परम्परा को बचाने के लिए पुरुषों को ही ये सब पहनना होगा

नारी "सोच" सके और "शरीर " से हट कर "सोच " ले तो समाज मे बदलाव आने मे देर नहीं होगी ।
__जब पुरूष नारी के शरीर पर सोचता है और इसी को नोंचता है तो नारी इससे हट कर क्यों सोचे ?

इन दोनों को सबसे ऊपर रखना चाहूँगा

बी एस पाबला

Unknown said...

हमेशा की तरह जानदार चुटकी!

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

और हमारे संचार माध्यम कब सुधरेंगे ?

__जब चाइना इन्हें सुधारने के लिए मिस्त्री भेजेगा

Ha-ha-ha-ha... kyaa kahne aapke !!

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

__आपको टिप्पणियां नहीं मिलीं तो मैं क्या करूँ ?

भई करना क्या है! बस टिप्पणी कीजिए ओर क्या आपसे हमने मूँग दलवानी है :)


लाजवाब चुटीली चुटकियाँ.......