धीमी गति से खाना बचाये रखता है मोटापे से ...
____मंहगाई थोड़ी और बढ़ादो ! कह दो पी एम पापे से
posted by AlbelaKhatri.com at Albelakhatri.com
किसी दीवाने का दिल टूटा होगा आज वरना,, नवम्बर में तो ऐसी बरसात नहीं होती
__वो अबू आज़मी पोलिटिक्स में न होता तो उसके साथ मुक्का-लात नहीं होती
posted by Science Bloggers Association at Science Bloggers' Association
हिन्दी ब्लॉगर्स के लिए दो अवार्ड- नामिनेशन खुला है...
____आने दो, मेरे घर का दरवाजा भी खुला है
___अरे भाई जी ! बिन बंदूक ही लोग भर रहे, नोटों से संदूक
__लो भाई लेखको ! मुनाफ़ा ही मुनाफ़ा .........
जानवर आदमी से ज़्यादा वफ़ादार है !!
____सबकुछ ठीक है, बस नेता ही गद्दार है
posted by बी एस पाबला at प्रिंट मीडिया पर ब्लॉगचर्चा
दैनिक हिन्दुस्तान में 'नया जमाना'
______मुंबई में भी देखा गया तमाशा
posted by इष्ट देव सांकृत्यायन at इयत्ता - ८
बाज़ार की बाढ़ में फंस गया मीडिया
___रिपोर्टरों की सिगरेटें बेकार हो गईं
- posted by अविनाश वाचस्पति at नुक्कड़ -
___दो बोतल काजू फेनी लेकर आना
posted by अजय कुमार झा at कुछ भी...कभी भी.. -
यार पंद्रह को दिल्ली के ब्लागर फ़्री हैं क्या ....?
___बोलो कहाँ आ कर टिप्पणी देनी है ?
posted by Mithilesh dubey at Dubey
गाय काटने वालो का क्यों ना सर कलम कर दिया जाये
___फ़िर उसी कलम से अपन हास्य व्यंग्य लिखेंगे ...
posted by डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक at उच्चारण
"क्या तुम साथ निभाओगे?"
___पूछ रहे हो कि सौदा कर रहे हो ?
posted by संजय भास्कर at दुनाली
हम से कोई प्यार नही करता
__अपनेराम किसी को इनकार नहीं करता .....
posted by संगीता पुरी at गत्यात्मक ज्योतिष
कीडे मकोडे भी जोडा बनाकर ही रहते हैं ??
___इसीलिए साले ज़िन्दगी भर कीड़े ही रहते हैं
posted by डॉ० कुमारेन्द्र सिंह सेंगर at रायटोक्रेट कुमारेन्द्र
कपडे तो पहनती नहीं और लौंड्री का बिल एक लाख का
____सवाल लाख का नहीं, साख का है...
posted by gkawadhiya@gmail.com (जी.के. अवधिया) at धान के देश में! :
क्या वो भूत था या महज एक भ्रम?
_____पता नहीं भाई हमें तो मरे हुए कई साल हो गए....
posted by बी एस पाबला at प्रिंट मीडिया पर ब्लॉगचर्चा
posted by काजल कुमार Kajal Kumar at
Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून -
-चुटकी बाज़ अलबेला खत्री
17 comments:
चुटकी बाज अलबेला खत्री,
जिन्होंने जांची चिट्ठों की पत्री।
चुटकी लेने का नया अंदाज .. अच्छा लगा !!
बहुत खूब अलबेला जी । आपने छोटे में बहुत कुछ समेट लिया है बधाई । आभार मेरे चिट्ठे को स्थान देने के लिए......
वाह! वाह!! यह तो एक बहुत ही अच्छा प्रयास और बहुत ही सुन्दर शुरुवात है!!!
Wah! wah! mazaa aa gaya......
एक संदूक इधर भी भिजवा दें।
अब काजू फेनी के क्रेट्स मंगवा देंग
दो बोतल से आपका क्या होगा ?
चर्चा का चस्का अलबेला खत्री को
बाकी चिट्ठाचर्चाकार ब्लॉगरों को खतरा।
बहुत खूब भाई
वाह! अब आप भी चिठियाने लगे!!
-सुलभ (यादों का इंद्रजाल)
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मजा आ गया बंधुवर, जारी रखें चुटकियों को...
चुटकी लेने के लिये हम ही मिले थे क्या भैया जी?मस्त चुटकी अभी तक़ गुदगुदी हो रही है।
एक सराहनीय प्रयास ! स्वागत
सुजीत विचारो में खोया
वाह्! अल्बेला जी, बहुत बढिया शुरूआत रही चिट्ठा चुटकी की....
मजेदार्!!
बान्च रहा चिट्थों की पत्री
फ़ेनी पी ’अलबेला ’ खत्री
वाह, बहुत सुन्दर !
वाह वाह खत्री जी! बहुत खूब! चिट्ठा चुटकी आदि से अंत तक मज़ेदार रही!
एक लाईना में इतनी चुटकी. :)
albela jee, chutki baj to ham hee hain.narayan narayan
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